✩ HIGHLIGHTS
- शनिवार को भी छह रूटों पर नहीं चली लो-फ्लोर बसें
- पीएफ की राशि तब तक जमा नहीं होगी जारी रहेगी हड़ताल
- बीसीएलएल और बस आपरेटर के बीच चल रहा मतभेद
गांधी नगर से अयोध्या बायपास, ईदगाह हिल्स से लेकर भोपाल एम्स, पुतलीघर से बंगरासिया, कोकता से लालघाटी, कोच फैक्ट्री से बैरागढ़ चीचली, आकृति इको सिटी से चिरायु अस्पताल तक चलने वाली लो-फ्लोर बसों के हजारों यात्रियों को शुक्रवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) के 450 चालक और परिचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। इस कारण मां एसोसिएट द्वारा शहर के जिन छह रूटों पर लो-फ्लोर बसें चलाई जाती है । उन रूटों पर शनिवार को भी बसें नहीं चलाई गईं । इसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बागसेवानिया डिपो में चालक और परिचालकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन कर बीसीएलएल और बस आपरेटर के खिलाफ नारेबाजी की। बीसीएलएल के चालक और परिचालकों का कहना है कि हम सुबह से लेकर रात तक मेहनत करके पसीना बहाते हैं । बीसीएलएल और बस आपरेटर के बीच के आपसी मतभेद का खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। बस आपरेटर मां एसोसिएट ने कर्मचारियों को पीएफ और ईएसआईसी का पैसा पिछले दो-तीन साल से जमा नहीं करा है। यह अनिश्चितकालीन हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक चालक और परिचालकों के पीएफ और ईएसआइसी का पैसा खाते में जमा नहीं होता। उधर इस संबंध में बीसीएलएल के पीआरओ संजय सोनी का कहना है कि कर्मचारी और बस आपरेटर से बात करके हड़ताल को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।
बीसीएलएल और बस आपरेटर के बीच चल रहा मतभेद
बीसीएलएल और बस आपरेटर के बीच लंबे समय से आपसी मतभेद चल रहे हैं। कर्मचारी नेता अजीज खान ने बताया कि जब वह मां एसोसिएट से पूछा गया कि राशि क्यों जमा नहीं हो रही है। तब बस अधिकारियों ने बताया कि बीसीएलएल से बस आपरेटर को 8 करोड़ 80 लाख रुपए लेना है। वह राशि का पेमेंट नहीं कर रहा है। इस कारण चालक और परिचालकों के पीएफ और ईएसआइसी की राशि जमा नहीं हो पा रही है। सभी कर्मचारियों ने मिलकर निर्णय लिया है कि कहीं जाकर ज्ञापन नहीं देंगे। कर्मचारी डिपो पर हड़ताल पर रहेगी यहीं पर प्रदर्शन करेंगे।
कर्मचारियां ने छह महीने पहले भी हड़ताल
चालक प्रमोद बुनकर ने बताया कि कर्मचारियों ने चार-छह महीने पहले भी पीएफ और ईएसआइसी की राशि जमा नहीं होने पर हड़ताल की थी, लेकिन बीसीएलएल ने इस मामले शांत करवा दिया था। इस बार भी बीसीएलएल के अफसर 10 दिन की मोहलत मांग रहे हैं उनका कहना है कि बस आपरेटर से बात करके दो-दो महीने में चालक और परिचालकों की राशि खाते में जमा करवा दी जाएगी, लेकिन कर्मचारियों ने मिलकर निर्णय लिया है कि जब तक राशि जमा नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी।
इन रूटों के हजारों यात्रियों को होना पड़ा परेशान
गांधी नगर से अयोध्या बायपास, ईदगाह हिल्स से लेकर भोपाल एम्स, पुतलीघर से बंगरासिया, कोकता से लालघाटी, कोच फैक्ट्री से बैरागढ़ चीचली, आकृति इको सिटी से चिरायु अस्पताल तक चलने वाली लो-फ्लोर बसों के हजारों यात्रियों को शुक्रवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए आटो और अन्य चालकों से लिफ्ट लेकर पहुंचे।