आज गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर और हर महीने के मासिक सत्संग तीसरा रविवार को जयपुर सत्संग विहार तीतरीया मे नरेंद्र मोदी फाउंडेशन के तत्वाधान में, श्री श्री ठाकुर अनुकुलचंद्र जी के सत्संग मे भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें बहुत सारे सत्संग प्रेमी गण, और अन्य लोगों ने भाग लिया !और भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया! सत्संग के दौरान या जन के माध्यम से शांतनु दा अपने जीवन का प्रैक्टिकल घटना ठाकुर जी की अनुभूति के विषय में बताया ! मिथिलेश पांडे दा ठाकुर की बातों को रखते हुए कहा कि गुरु की पूजा किए बगैर भगवान की पूजा होती है क्या ?इसलिए जीवंत सतगुरु में आत्मसमर्पण होना चाहिए !अन्यथा हम को पार पाना कठिन है! अहम के रहने से परमपिता उसके अंदर स्थान नहीं बना पाते हैं ! (आप ईश्वर के लिए हो और किसी के लिए नहीं हो, और यदि आप ईश्वर के लिए हो तो सभी के लिए हो ) जयपुर से मिथिलेश पांडे की रिपोर्ट
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