किसी समाचार – पत्र के सम्पादक के नाम एक पत्र लिखिए। जिसमें देशव्यापी भ्रष्टाचार के उन्मूलन हेतु सुझाव दिया गया हो।

सेवा में ,
सम्पादक ,
दैनिक जागरण
राँची
महोदय ,
मै आपके लोकप्रिय तथा प्रमुख समाचार – पत्र के माध्यम से समाज में फैले भ्रष्टाचार के प्रति अपने कुछ सुझाव पाठक तथा सरकार तक पहुँचाना चाहता हूँ।
यह देश तथा जनता का दुर्भाग्य ही है कि तमाम नेता चुनाव के वक्त भ्रष्टाचार उन्मूलन का दावा करते हैं लेकिन सत्ता में आते ही वो खुद ही इसमें लिप्त हो जाते हैं या इसकी ओर ध्यान ही नहीं देते। अगर राजनेता इसके उन्मूलनत के लिए कमर कस लें तो जनता भी उनके कामों को सराहेगी और अगले चुनाव में भी उन्हें सफलता मिलेगी। भ्रष्टाचार सिर्फ राजनीति में ही नहीं बल्कि देश के सभी कार्यालयों में भ्रष्टाचार नाम के कीड़े ने अपनी पैठ जमा रखी है। इसके लिए जनता भी कम दोषी नहीं है कि थोड़ा – सा समय बचाने या शॉर्टकट के लिए रिश्वत देने को तैयार हो जाती है। कोई सरकारी कर्मचारी काम में सुस्ती करे तो उच्च पदाधिकारियों तक सुचना देकर तथा मिडिया में उसे उजागर कर भ्रष्टाचार रोका जा सकता है। यदि हम भ्रष्टाचार शब्द से ही घृणा करने लगे तो न खुद इसमें लिप्त होंगे और न ही दूसरों को ऐसा करने देंगे।
आशा है , मेरे इन विचारों को अपने समाचार – पत्र में स्थान देने की कृपा करेंगे। धन्यवाद
भवदीय
रमेश श्रीवास्व
ऑफिसर्स कॉलोनी , राँची।

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