कौडिया। शासकीय प्राथमिक कन्या शाला कौडिया में स्कूल की दिवाल, छप्पर सहित गिरने की कगार पर है। अगर समय रहते इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो गंभीर घटना घटित हो सकती है। बताया जाता हैं की सन् 1906 में स्कूल की स्थापना हुई थीं। स्कूल का निर्माण 98 वर्ष गुजर गए। इस तरह प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के भवन हादसों को न्यौता दे रहे हैं। स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर हो गई है।

लगातार हो रही बारिश में इन स्कूलों के हालात ज्यादा खराब हैं। स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थियों की जान खतरे में हैं । जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे हैं। कई स्कूलों में भी लगातार छत गिरने के मामले सामने आ रहे हैं।

शासकीय हायर सेकेंडरी भी स्कूल करीब 90 वर्ष पूराना है। इसके कछ भी जर्जर हो चुके है। लगातार हो रही बारिश की वजह से स्थिति खराब है। बारिश के समय कक्षाओं में पानी टपकता रहता है।
भवन का छप्पर टूटा

कछ जर्जर हो गया है। लेंटर टूटने लगा है, कन्या शाला अब जर्जर भवन की वजह से केवल दो कक्षाओं में संचालित हो रही है। लेकिन यहां भी पानी रिस रहा है। इसकी जानकारी बीआरसी को की गई हैं। स्कूल में अध्ययनरत छात्राएं परिसर में खेलती है। भवन की छत टूट रहीं है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला के प्राचार्य राजेश कोरी का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी को भवन की स्थिति को लेकर पत्र लिखा है, जर्जर कक्षाओं की फाइल बनाकर भी अवगत करा दिया है। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार व्यवहार ने प्राचार्य को मौखिक निर्देश देते हुए कहा है कि उक्त शाला को शासकीय माध्यमिक शाला में संचालित किया जाए। प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला को दो भागों में अलग-अलग समय अनुसार संचालित किया जाय। उन्होंने बताया जर्जर स्कूल के भवन कक्ष को तोड़ने के लिए भी दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
