
“महाकुंभ का माहौल, जहां आस्था और श्रद्धा का संगम होता है, अब सोशल मीडिया के वायरल चर्चाओं में उलझ गया है। और इस बार चर्चा का केंद्र बनी हैं ‘वायरल गर्ल मोनालिसा’। उनकी कुंभ मेले की तस्वीरें जैसे ही वायरल हुईं, सोशल मीडिया पर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया।”
“वायरल तस्वीरों और चर्चाओं के बीच, बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का तगड़ा बयान सामने आया है। छतरपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने इन वायरल चर्चाओं पर खुलकर अपनी बात रखी।”
“‘महाकुंभ आस्था का विषय है, यह कोई वायरल चर्चाओं का मंच नहीं। कुंभ अपने मुख्य उद्देश्य से भटक रहा है। हमें इसे आस्था के मार्ग पर ही बनाए रखना चाहिए।'”
“धीरेंद्र शास्त्री का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि महाकुंभ जैसी पवित्र परंपरा को किसी भी वायरल ट्रेंड का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए। उनका कहना है कि महाकुंभ का मकसद आत्मा की शुद्धि और आस्था का संगम है, न कि सोशल मीडिया का अड्डा।”
“सवाल यह है कि क्या महाकुंभ जैसी पवित्र परंपराओं को डिजिटल युग के वायरल ट्रेंड्स से बचाया जा सकता है? क्या यह हमारा दायित्व नहीं कि हम इसकी पवित्रता बनाए रखें?”
महाकुंभ आस्था का पर्व है, और इसे आस्था का ही पर्व बने रहने देना चाहिए। आप इस पर क्या सोचते हैं? अपनी राय हमें कमेंट्स में जरूर बताएं।”