
कांग्रेस नेता चड़ार रजनेश ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय नागरिकों को अमानवीय तरीके से अमेरिका से वापस भेजने की प्रक्रिया पर सरकार को जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा, 40 घंटे की यात्रा, एक टॉयलेट और महिलाओं सहित भारतीय नागरिकों को हाथ में हथकड़ी और पांव में जंजीर डालकर भारत भेजा गया. क्या सरकार को इस बात की जानकारी नहीं है. युवा कांग्रेस नेता रजनेश चड़ार ने कहा की इस तरह का व्यवहार आतंकवादियों और उग्रवादियों जैसा है. कितने भारतीयों को अमेरिका ने अमानवीय तरीकों से डिटेनशन सेंटर में बंद कर रखा गया है? जब कोलंबिया जैसा छोटा मुल्क और उनके राष्ट्रपति लाल आंख दिखाकर अमेरिका को उनके नागरीकों को बेइज्जत और अपमानित करने के बारे में यूएस को सही मार्ग दिखा सकता है तो भारत सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती है? चड़ार ने कहा यह भारत के सम्मान पर सीधा आघात है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि “विश्वगुरु” बनने का दावा करने वाली मोदी सरकार अपने ही नागरिकों की गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रही।
जिस प्रधानमंत्री के समर्थक उन्हें 56 इंच का सीना बताते नहीं थकते, वह अपने ही देशवासियों के साथ हो रहे इस अन्याय पर चुप क्यों हैं? जब दुनिया में मोदी जी के नाम का “डंका” बज रहा है, तो फिर भारत के नागरिकों को अपराधियों की तरह ट्रीट क्यों किया जा रहा है?
यह कोई पहली बार नहीं है जब मोदी सरकार की कमजोर विदेश नीति के कारण भारतीयों को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी हो। पहले कनाडा, अब अमेरिका- हमारे नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है?
नेता रजनेश ने सरकार पर आरोप लगाते हुए पूछे सवाल:
● मोदी जी, क्या भारतीय नागरिकों के सम्मान की कोई कीमत नहीं?
● आपके “मित्र” ट्रंप और बाइडेन भारत के नागरिकों का यह अपमान क्यों कर रहे हैं?
आपने भारत को इतना असहाय क्यों बना दिया कि कोई भी देश हमारे लोगों को इस तरह अपमानित कर सकता है?