हाइलाइट्स
इंटर रिजल्ट में में टॉपर्स फैक्ट्री सिमुलतला आवासीय विद्यालय ने किया निराश
लगातार तीन वर्षो से इंटर के परिणाम में टॉप फाइव से बाहर रहा सिमुलतला
इंटर परीक्षा में तीन साल से सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट कर रहा निराश
जमुई. बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नेतरहाट की कमी को दूर करने वाला सिमुलतला आवासीय विद्यालय जो कि टॉपर्स की फैक्ट्री कही जाती है वो इंटर परीक्षा में लगातार तीन वर्षो से टॉप फाइव की लिस्ट से बाहर रह रहा है. सिमुलतला आवासीय जो कि सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है वह इंटर परीक्षा में लगातार तीन सालों से निराश कर रही है.
सिमुलतला आवासीय विद्यालय कभी टॉपरों की फैक्ट्री के नाम से जाना जाती है. इस वर्ष 2024 के बिहार बोर्ड के इंटर परीक्षा परिणाम आने के बाद इस विद्यालय के किसी भी संकाय से कोई भी छात्र टॉप फाइव में स्थान हासिल करने में सफल नहीं हो सका है. विद्यालय के खराब प्रदर्शन के बाद विद्यालय परिवार में मायूसी छाई है. 2024 में परीक्षा परिणाम को देखते हुए जब स्कूल के प्रधानाध्यापक राजीव रंजन से संपर्क किया गया तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि इस मामले में वह कुछ भी नहीं बोल सकते है. साल 2022 और 2023 में भी इंटरमीडिएट में इस विद्यालय का कोई भी छात्र ने किसी संकाय में टॉप फाइव में स्थान नहीं बना पाया था.
2021 में यहीं से बना था टॉपर
वहीं 2021 इंटरमीडिएट के परिणाम में कला संकाय के छात्र कैलाश कुमार 463 अंक लाकर सूबे का टापर बना था. साल 2020 में इंटर परीक्षा में विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय में एक-एक छात्र टॉप फाइव में अपना स्थान बनाने में सफल रहे थे. विज्ञान संकाय से किशन कुमार 471 अंक लाकर आठ छात्र छात्राओं के साथ संयुक्त रूप से चौथा रैंक लाने में सफल रहा था. वाणिज्य संकाय से भी मात्र एक छात्र यशवंत राज 470 अंक लाकर चार छात्र छात्राओं के साथ सूबे में पांचवां स्थान हासिल किया था.
कला संकाय में चार छात्रों ने टॉप फाइव में स्थान बनाने में सफल रहे थे. छात्र रोहित पासवान एवं ज्ञानोदय 465 अंक लाकर सूबे में कुल तीन छात्र छात्राओं के साथ संयुक्त रूप से चौथा स्थान प्राप्त किया था. अवधेश कुमार एवं नवीन कुमार संयुक्त रूप से 464 अंक लाकर सूबे में पांचवां रैंक हासिल किया था. 2019 में सायंस और वाणिज्य संकाय से कोई छात्र छात्राओं ने टॉप टेन में स्थान नहीं बना पाया. कला संकाय से हर्षिता कुमारी, निशिकांत कुमार झा ने संयुक्त रूप से 458 अंक लाकर सूबे में तीसरा स्थान एवं रोहित कुमार 456 अंक लाकर सूबे में पांचवां स्थान लाने में सफल रहा.
जानें कैसा था 2018 का रिजल्ट
2018 में विज्ञान संकाय में अभिनव आदर्श कुल 421 अंक 84.20 प्रतिशत लाकर सूबे में दूसरा, सतीश धवन 415 अंक 83 प्रतिशत लाकर सूबे में चौथा स्थान, जबकि जेलशी सिंह 410 अंक 82 प्रतिशत लाकर सूबे में नौवां स्थान लाया. कला संकाय में कुसुम कुमारी 424 अंक 84.80 प्रतिशत लाकर सूबे में पहला स्थान, प्रज्ञा प्रांजल 419 अंक 83.80 प्रतिशत लेकर थर्ड, पूजा कुमारी 416 अंक 83.20 प्रतिशत लाकर पांचवा रैंक, समीक्षा कुमारी 412 अंक 82.40 प्रतिशत लाकर छठा स्थान प्राप्त किया था.
2010 में हुई थी सिमुलतला विद्यालय की स्थापना
बता दें, सिमुलतला आवासीय विद्यालय की स्थापना साल 2010 में हुई थी. इस स्कूल के छात्र 2017 में पहली दफा इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस विद्यालय के बच्चे शामिल हुए थे. इस वर्ष साइंस संकाय से खुशबू कुमारी 431 अंक लेकर सूबे की टॉपर बनी थी. सूरज कुमार सांतवा एवं पूजा कुमारी एवं साकिब संयुक्त रूप से आंठवा स्थान प्राप्त किया था. वाणिज्य संकाय में लक्ष्मी कुमारी 400 अंक लाकर सूबे में चौथा स्थान लाया. कला संकाय में ज्योति कुमारी 394 अंक लाकर सूबे में पांचवां एवं रीना कुमारी 376 अंक लाकर विद्यालय का नाम रौशन किया था.
बेहतर प्रदर्शन नहीं होने की पीछे की वजह
इंटर परीक्षा परिणाम में लगातार 3 साल से हो रहा है खराब प्रदर्शन को देखकर यह बताया जा रहा है कि ऊपरी कक्षाओं में दक्ष और विशेषज्ञ शिक्षकों का अभाव है, जिस कारण दसवीं की पढ़ाई करने के बाद अधिकांश छात्र-छात्राएं आगे की पढ़ाई के लिए यहां से दूसरे जगह पलायन कर जाते हैं. बता दें, इस स्कूल में बिहार के अलग-अलग जिलों के छात्र-छात्राओं को सरकार की तरफ से शिक्षा दी जाती है जिनका नामांकन प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद होता है.
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Tags: Bihar News, Jamui news
FIRST PUBLISHED : March 24, 2024, 11:48 IST