41.9 C
नरसिंहपुर
May 20, 2024
Indianews24tv
देश

यहां ट्रेन से सफर के दौरान हवा में ‘उड़ने’ जैसा होगा अहसास, जल्‍द शुरू होने वाला है ट्रैक, अभी से कर लें प्‍लान


नई दिल्‍ली. ट्रेन से सफर करने का आनंद ही कुछ और है. वंदेभारत से लेकर रैपिडएक्‍स तमाम ऐसी ट्रेनें हैं तो पलक झपकते ही स्‍पीड पकड़ लेती हैं और हवा से बातें करने लगती हैं. लेकिन अभी तक आपने ऐसा सफर नहीं किया होगा, जिसमें आसपास देखने पर हवा में ‘उड़ने’ जैसा अहसास हो. जल्‍द ही, यह इंतजार खत्‍म होने वाला है. लोग इस सफर का आनंद उठा सकेंगे. भारतीय रेलवे ने पूरी तैयारी कर ली है. आइए जानें इस रोमांचकारी ट्रेन से सफर के संबंध में.

भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे ऊंचे मेहराबदार (आर्च) रेलवे ब्रिज पर ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू कर चुका है. कश्‍मीर से कन्‍याकुमारी तक रेल मार्ग का संचालन सितंबर शुरू होने की पूरी संभावना है. नई सरकार जून में बन जाएगी. 100 के दिन अंदर यानी सितंबर तक चिनाव ब्रिज पर ट्रेन दौड़ने लगेगी. यह सरकार की बड़ी उ‍प‍लब्धि में शामिल होगा.

महिला के साथ सस्‍ते टिकट से एक यात्री और कर सकता है फर्स्‍ट एसी में सफर! जानें रेलवे यह नियम

विश्‍व के अनोखे ब्रिज पर एक नजर

यह ब्रिज पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है. कटरा से बनिहाल तक बनने वाली इस रेलवे लाइन पर चिनाब नदी पद 1.03 किमी. लंबा आर्च ब्रिज बनाया गया है. इसके बनने के बाद कटरा से बनिहाल रेल मार्ग शुरू हो जाएगा. अभी तक ट्रेन कटरा तक जाती है, इसके शुरू होने के बाद पूरे देश से कश्‍मीर रेल मार्ग से जुड़ जाएगा. यह उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का हिस्सा है. यह ब्रिज नदी तल से 359 मीटर ऊपर बना है.

देश की पहली लंबी दूरी की यह है लग्‍जरी ट्रेन, जो चीते से भी तेज स्‍पीड से दौड़गी, ट्रैक पर उतरने का समय जानें

120 वर्ष है ब्रिज की उम्र

रेलवे मंत्रालय के अनुसार आधुनिक तकनीक से बना यह ब्रिज 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं का सामना करने में भी सक्षम होगा और इसकी उम्र120 साल होगी. जम्मू और कश्मीर को जोड़ने वाली लाइन के लिए सभी सुरंगें बनकर तैयार हो चुकी हैं और बाकी के काम के साथ चिनाब रेलवे पुल पर पटरी बिछाने का काम भी तेजी से चल रहा है.

एक नजर उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक पर

कटरा-बनिहाल का 111 किमी लंबा रेल खंड बन रहा है. ये सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इस लाइन का 97.34 किमी हिस्सा सुरंगों से गुजरता है. इसमें जम्मू से बारामुला तक पहाड़ों, ढलानों और भूकंप वाला संवेदनशील इलाका है. इसी कारण इसमें 27 प्रमुख पुल और 10 छोटे पुल बनाए गए हैं. इसमें से प्रमुख 21 बनकर तैयार हैं.

Tags: Indian railway, Indian Railway news



Source link

Related posts

‘Is Apology Same Size As Advertisements?’ SC Raps Ramdev, Balkrishna Over Pantanjali Misleading Ads Case

Ram

Married Woman’s Lover Sends Parcel Bomb To Her House; Husband, Daughter Killed

Ram

Aaj Ka Panchang, 14 April, 2024: Tithi, Vrat, and Today’s Shubh, Ashubh Muhurat

Ram

Leave a Comment