Deoghar Airport: एयरपोर्ट निर्माण को लेकर नागर विमानन मंत्रालय के रुख में एक सराहनीय बदलाव देखने को मिला है. इस बदलाव के तहत अब नए एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग को स्थानीय संस्कृति, परंपरा और पहचान से जोड़ने का सफल प्रयास किया जा रहा है. कुछ ऐसा ही प्रयास झारखंड के देवघर में निर्मित एयरपोर्ट पर भी देखने को मिला है.
उल्लेखनीय है कि देवघर एयरपोर्ट का निर्माण भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के द्वारा किया गया है. एएआई ने इस एयरपोर्ट के डिजाइन का कॉन्सेप्ट बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के शिखर से लिया है. एयरपोर्ट के डिजाइन में टर्मिनल के दोनों तरफ बाबा बैद्यनाथ मंदिर का एक-एक शिखर है. इन शिखरों के चारों तरफ जाली नुमा नक्काशी की गई है.
एएआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैद्यनाथ मंदिर के वट वृक्ष को भी एयरपोर्ट टर्मिनल के डिजाइन में प्रमुखता से शामिल किया गया है. स्थानीय मान्यता के अनुसार, यह वट वृक्ष भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक है. टर्मिनल में बनाए शिखर के चारों तरफ की गई नक्काशी वट वृक्ष की परिकल्पना है. इसके अलावा, टर्मिनल के भीतर स्थानीय संस्कृति को भी दर्शाया गया है.
देवघर एयरपोर्ट के टर्मिनल में दिखती बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर की झलक और स्थानीय संस्कृति.
देवघर एयरपोर्ट के टर्मिनल से जुड़ी कुछ खास बातें
देवघर एयरपोर्ट का निर्माण करीब ₹401 करोड़ रुपये की लागत से 653 एकड़ जमीन पर किया गया है. करीब 4000 वर्ग मीटर में फैले देवघर एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग से प्रति घंटे करीब 200 से अधिक यात्रियों का आवागमन हो सकता है. टर्मिनल के डिपार्चर विंग में छह चेकइन काउंटर और एराइवल विंग में दो बैगेज बेल्ट हैं. टर्मिनल के अंदरूनी हिस्से को आदिवासी कला, हस्तशिल्प और स्थानीय पर्यटक स्थलों की पेंटिंग से सजाया गया है.
देवघर एयरपोर्ट का एयर साइट और रन-वे की क्षमता
देवघर एयरपोर्ट के एयर साइड पर 2500 मीटर लंबे और 45 मीटर चौड़े रन-वे का निर्माण किया गया है. इस रन-वे पर एयरबस A320 और बोइंग 737 एयरक्राफ्ट की लैंडिंग कराई जा सकती है. इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) से लैस इस रन-वे से रात को भी उड़ानों का संचालन किया जा सकता है. इसके अलावा, एयर साइट पर एक एप्रन, टैक्सी-वे और एक आइसोलेशन बे का भी निर्माण किया गया है. वहीं, विमानों के आवागमन के लिए नए एटीसी टावर का निर्माण भी एयर साइट में किया गया है.
क्या आपको पता है देवघर एयरपोर्ट का इतिहास?
बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर झारखंड के देवघर शहर की प्रमुख धार्मिक पहचान है. इस शहर के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2013 में झारखंड सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच एयरपोर्ट निर्माण को लेकर समझौता हुआ था. वहीं 2017 में इस समझौते में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) को भी शामिल कर लिया गया. इस एयरपोर्ट का निर्माण 2022 में पूरा हुआ, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
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FIRST PUBLISHED : April 24, 2024, 17:46 IST