31.9 C
नरसिंहपुर
May 20, 2024
Indianews24tv
देश

ट्रेन में कब तक चलेगी टिकटों की मारा-मारी? रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया रेलवे प्लान, बोले- अगले 5 साल में…


सवाल:- जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक रेलवे के विकास पर पीएम मोदी फोकस कर रहे हैं. अब जहां कुछ नहीं था, वहां पर इलेक्ट्रिक ट्रेन की बातें भी सामने आई हैं, मौजूदगी उसकी वहां हो रही है तो कैसे कुछ यह सारा कुछ डिजाइन और उस पर क्या कुछ अपडेट है?

जवाब :- पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे में अभूतपूर्व बदलाव किए हैं. इसका एक उदाहरण जम्मू कश्मीर का प्रोजेक्ट भी आप देखते हैं. आप देखिए, 2014 से पहले के अगर 15 वर्ष को देखें, उन 15 वर्षों में उतना काम नहीं हुआ जितना कि मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में किया है. जम्मू कश्मीर बहुत ही चैलेंजिंग प्रोजेक्ट था, लेकिन इस चैलेंजिंग प्रोजेक्ट को एक मैथोडिकल-वे में, साइंटिफिक-वे में काम करके मोदी सरकार ने आज उस परिस्थिति में लाया कि यहां करीब-करीब 90 परसेंट प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिसका उद्घाटन हो चुका है.

आज जम्मू कश्मीर में श्रीनगर घाटी से गाड़ी पहले से चल रही है, कटरा की ओर, और एक टनल टी-वन टनल का काम तेजी से चल रहा है. आने वाले कुछ महीनों में जो ड्रीम प्रोजेक्ट हैं, श्रीनगर से लेकर कन्याकुमारी तक एकदम स्ट्रेट फॉरवर्ड, स्मूथ, सीमलेस रेलवे कनेक्टिविटी हो जाएगी और इस सबमें देश का सौभाग्य है कि पीएम मोदी ने एक ऐसा रेलवे प्रोजेक्ट पूरा किया जो कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोगों को निर्बाध यात्रा कराएगा.

जवाब:- देखिए, क्या है कि बुलेट ट्रेन बहुत ही कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट होता है. 2017 में इस पर काम चालू हुआ था और दो साल, ढाई साल लगे पूरा डिजाइन करने में. इसकी डिजाइनिंग बहुत ही कॉम्प्लेक्स होती है क्योंकि जिस स्पीड पर ट्रेन को चलना है, उस स्पीड पर कंपन बड़े स्ट्रांग होते हैं. तो, उन कंपन को कैसे मैनेज करना है? ऊपर से करंट लेना है तो उस करंट को कैसे लेना है? स्पीड, पूरा का पूरा एयरोडायनेमिक्स वगैरह-वगैरह, सब चीजों को बहुत ध्यान से देखना पड़ता है. उसके तुरंत बाद काम चालू हुआ है.

बीच में कोविड का थोड़ा सा सेटबैक लगा और कुछ सेटबैक महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार ने दिया. उन्होंने प्रोजेक्ट के लिए परमिशन देने से मना कर दिया था. उसके कारण भी लगा. लेकिन, अभी बहुत अच्छी प्रोग्रेस पर काम चल रहा है. 290 किलोमीटर से ज्यादा काम ऑलरेडी हो चुका है. आठ नदियों के ऊपर पुल बन चुके हैं. 12 स्टेशन पर काम चल रहा है. स्टेशन भी एकदम एक लेवल पर आ गए हैं, जिससे कि काम कंप्लीट होने की तरफ है. दो डिपो पर काम चल रहा है. मतलब एक साथ बहुत ही तेजी से हर दिशा में काम चल रहा है और 2026 में इसका पहला सेक्शन खुलने का टारगेट लेकर काम किया जा रहा है.

जवाब :- देखिए रेलवे का बहुत ही महत्वपूर्ण टारगेट है कि जो हमारी लो इनकम, मिडिल इनकम वाली फेमिलीज है. उनके लिए एक अच्छी, अफोर्डेबल, सेफ, टाइमली पहुंचने वाली सर्विस को डेवलप करना. इसलिए बहुत जरूरी था कि रेलवे की कैपेसिटी को बढ़ाएं. रेलवे की कैपेसिटी बढ़ने से ही ज्यादा ट्रेन चल पाएंगी और ज्यादा ट्रेन चलने से ही लोगों को जो सुविधा चाहिए, वह मिल पाएगी.

इसी कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए अगर हम 2014 से 2024 का पीरियड देखें और 2004 से 2014 के साथ उसको कंपेयर करें तो एक बड़ा अंतर आपको दिखाई देगा. रेलवे ट्रैक बनाने की जो प्रक्रिया है, उसमें 2004 से 2014 में मात्र 17,000 किलोमीटर ट्रैक बने थे. 2014 से 2024 में 31,000 किलोमीटर नए ट्रैक बने. इलेक्ट्रिफिकेशन जिससे रेलवे की स्पीड बढ़ाई जा सकती है, वह 2004 से 2014 के 10 वर्षों में मात्र 5000 किलोमीटर के आसपास हुआ, जबकि 2014 से 2024 के 10 वर्षों में 44,000 किलोमीटर का रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ.

वैसे ही स्टेशन की बात करें तो एक भी स्टेशन का रीडिवेलपमेंट नहीं हुआ 2004 से 2014 के पीरियड में. 2014 से 2024 के पीरियड में 1,324 स्टेशन का रीडेवलपमेंट चल रहा है. कोच की मैन्युफैक्चरिंग की बात करें तो 2004 से 2014 के पीरियड में मात्र 32,000 कोच बने थे और 2014 से 2024 के पीरियड में 54,000 कोच बने. इलेक्ट्रिक लोको मात्र 2000 बने थे 2004-14 में. अब 6500 लोकोमोटिव 2014 से 24 में बने हैं. 2014 से पहले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जीरो, एक भी किलोमीटर का कमीशनिंग नहीं हुआ था. और, अब तक 2014 से 2734 किलोमीटर का डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कमीशन हो चुका है. आप देखिए बड़ी संख्या में रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को, रेलवे की कैपेसिटी को, रेलवे में कोच की संख्या, रेलवे में लोको की संख्या, ऊपर बिजली के तार इन सब की संख्या बड़ी मात्रा में बढ़ाई गई है और इस सबके लिए सरकार ने निवेश किया है. सरकार का इन्वेस्टमेंट इसमें आया है तो एक अच्छे तरीके से रेलवे की कैपेसिटी बढ़ाई गई, जिससे कि आज जो 2014 से पहले रेलवे की कैपेसिटी थी तो उससे कहीं बेहतर आज परिस्थितियां है और आगामी पांच वर्षों में पीएम मोदी की गारंटी है कि रेलवे की कैपेसिटी इतनी बढ़ाएंगे, जिससे कि करीब-करीब जो भी पैसेंजर ट्रैवल करना चाहें, उनको एक आराम से कन्फर्म टिकट मिल सके.



Source link

Related posts

Kerala Lottery Result Today LIVE: Karunya KR-653 WINNERS for May 11, 2024; First Prize Rs 80 Lakh!

Ram

Light Rain, Thunderstorm Witnessed in Parts of Rajasthan

Ram

इस स्टेशन पर पहुंचे अफसर तो अचानक होने लगी भागदौड़, वजह पता लगा तो झूम उठे लोग

Ram

Leave a Comment