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May 17, 2024
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नौकरी के लिए पहुंचा था अज़रबैजान, एयरपोर्ट पर खुल गया बैंकॉक वाला राज, फिर कुछ ऐसी बिगड़ी बात कि…


Delhi Airport: लंबी जद्दोजहद के बाद उत्‍तर प्रदेश के बिजनौर शहर में रहने वाले सलाउद्दीन को अज़रबैजान में नौकरी मिली थी. लेकिन, अज़रबैजान के बाकू एयरपोर्ट पर लैंड करने के साथ उसका बैंकॉक वाला ‘राज’ सामने आ गया. जिसके चलते सलाउद्दीन को बाकू एयरपोर्ट से दिल्‍ली के लिए डिपोर्ट कर दिया गया.  वहीं दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचते ही इमीग्रेशन ब्‍यूरो ने सलाउद्दीन को हिरासत में लेकर एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया. 

आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस उपायुक्‍त उषा रंगनानी के अनुसार, अज़रबैजान से डिपोर्ट किए जाने के बाद सलाउद्दीन नामक आरोपी यात्री 4 मार्च 2024 को आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा था. इमीग्रेशन ब्‍यूरो की जांच में पता चला था कि पासपोर्ट से पेज संख्‍या 17 और 18 नदारद होने की वजह से उसे डिपोर्ट किया गया था. इमीग्रेशन ब्‍यूरो को शक था कि फर्जी पासपोर्ट या फर्जी इमीग्रेशन स्‍टैंप को छिपाने के इरादे से पासपोर्ट से इन पेज को फाड़ा गया था. 

इसी शक के आधार पर आगे की जांच के लिए आरोपी सलाउद्दीन को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले किया गया था. पूछताछ में आरोपी के खुलासे के बाद मामले से एक-एक कर परतें उतरने लगी. पूछताछ में सामने आए तथ्‍यों ने इमीग्रेशन ब्‍यूरो का शक सही साबित कर दिया. जिसके बाद, एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और पासपोर्ट एक्‍ट की धारा 12 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था.  

पूछताछ में सामने आया नया किरदार
डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, पूछताछ के दौरान सलाउद्दीन ने बताया कि वह पांचवीं तक पढ़ा है और वह अपने तमाम सपनों को सच करने के लिए विदेश जाना चाहता था. 2023 में सलाउद्दीन अपने एक रिश्‍तेदार के घर आया हुआ था, यहीं पर उसकी मुलाकात नसीम अली नामक एक एजेंट से हुई. नसीम को सलाउद्दीन के इरादे पढ़ते देर नहीं लगी, जिसके बाद उसने सलाउद्दीन को 1.5 लाख रुपए में बैंकॉक में नौकरी दिलाने का भरोसा दे दिया. 

आखिरी वक्‍त में बिगड़ी बैंकॉक की बात
डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि डील में तय हुई 1.5 लाख रुपए की रकम मिलने के बाद नसीम पासपोर्ट और बैकॉक के वीजा के इंतजाम में लग गया. कुछ महीनों के इंतजार के बाद सलाउद्दीन का पासपोर्ट भी आ गया और उसमें थाइलैंड का फर्जी वीजा भी लग गया. सलाउद्दीन थाईलैंड जाने के लिए रवाना होने ही वाला था, तभी बैकॉक में अपने लोगों की मौजूदगी न होने की वजह से नसीम ने आखिरी वक्‍त पर इस सलाउद्दीप की यात्रा रोक दी. 

फिर तय हुई अज़रबैजान जाने की बात
सलाउद्दीन ने खुलासा किया कि बैंकॉक का प्‍लान फेल होने के बाद नसीम ने उसे अज़रबैजान भेजने का वादा किया. जल्‍द ही अज़रबैजान के वीजा का भी इंतजाम हो गया, लेकिन उसकी राह में उसके पासपोर्ट पर लगा बैंकॉक का फर्जी वीजा रोड़ा बना हुआ था. इस रोड़े को रास्‍ते से हटाने के लिए सलीम ने उसके पासपोर्ट से वह पेज फाड़ दिया, जिससे बैंकॉक का फर्जी वीजा लगा हुआ था. इसके बाद, वह 3 मार्च 2024 को दिल्‍ली से अज़रबैजान के बाकू शहर के लिए रवाना हो गया.    

अब अज़रबैजान पहुंचने के बाद सलाउद्दीन का क्‍या हुआ, जानने के लिए लंबी जद्दोजहद के बाद मिली थी विदेश में नौकरी, मं‍जिल पर कदम रखते ही खुला पुराना राज, फिर इसके बाद जो हुआ…पर क्लिक करें.  

Tags: Airport Diaries, Airport Security, Aviation News, Business news in hindi, Delhi airport, Delhi police, IGI airport



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