41.9 C
नरसिंहपुर
May 20, 2024
Indianews24tv
मनोरंजन

3 अफेयर, 3 शादियां और 1 हसीना के साथ संबंधों में उलझी जिंदगी, अकाल मौत मरने…



मुंबई. बॉलीवुड सिनेमा ने अपने गौरवाशाली 100 साल से भी ज्यादा का समय पूरा कर लिया है. 1 शताब्दी में बॉलीवुड फिल्मों और फिल्मी सितारों की जिंदगी में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. लेकिन भारतीय सिनेमा में 50 के दशक को स्वर्णिम काल का नाम दिया गया है. इसी दौर में बॉलीवुड के सबसे जहीन और नई कहानी आंदोलन को सिनेमा के जरिए देशभर में फैलाने वाले सितारों की फिल्में आज कल्ट क्लासिक मानी जाती हैं. 50 के दशक में 1 ऐसा ही सितारा ‘गुरु दत्त’ (Guru Dutt) भी अपनी कला से बॉलीवुड को समृद्ध करने आया था. ‘प्यासा’ (Pyaasa 1957), ‘बाजी’ (Baazi 1951), ‘साहेब बीबी और गुलाम’ (Saheb Bibi Aur Ghulam 1962) जैसी कालजयी फिल्में देने वाले गुरुदत्त महज 39 साल की अल्प आयु में अकाल मौत स्वर्ग सिधार गए.



Source link

Related posts

भांजी आरती सिंह की शादी पर गोविंदा ने तोड़ दी नाराजगी, आर्शीवाद देने पहुंचे एक्टर, महफिल में लगाए चार चांद

Ram

गुलाबी-गुलाबी हुआ कान्स, किसके हुश्न ने चलाईं दिलों पर छुरियां, पहाड़ों की बाला ने दी ऐश्वर्या राय को जबरदस्त टक्कर

Ram

बॉक्स ऑफिस पर नोट छापने में आगे निकली ‘बड़े मियां छोटे मियां’, पीछे रह गई अजय देवगन की ‘मैदान’, जानें कलेक्शन

Ram

Leave a Comment